The best Side of shiv chalisa lyricsl
The best Side of shiv chalisa lyricsl
Blog Article
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
Devotees who chant these verses with intensive really like turn into prosperous because of the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to obtain young children, have their dreams fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन shiv chalisa lyricsl क्षयकारी॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥